देश के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार को विजयादशमी पर रावण दहन और मेले का आयोजन किया गया. वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो शेयर कर राज्य में बढ़ रहे आवारा पशुओं के आतंक को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
अपने ट्वीट में वीडियो पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव लिखा कि प्रशासन का कार्य मेलों के लिए न केवल अनुमति देना बल्कि सुरक्षा व्यवस्था देखना भी होता है.
प्रशासन का कार्य मेलों के लिए न केवल अनुमति देना बल्कि सुरक्षा व्यवस्था देखना भी होता है। यदि मेले में खुले घूमते हुए अन्ना पशु मेला प्रशासन और पुलिस को नहीं दिख रहे हैं तो उन असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी जो दिखते भी नहीं हैं।
असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी?
अखिलेश यादव ने लिखा कि अगर मेले में खुले घूमते हुए अन्ना पशु मेला प्रशासन और पुलिस को नहीं दिख रहे हैं तो उन असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी जो दिखते भी नहीं हैं. जनता की हिफ़ाज़त करना सरकारों का सबसे संवेदनशील कर्तव्य होता है. दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जो वीडियो पोस्ट किया है उसमें बैलों को मेले में घुसकर उत्पात मचाते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान पुलिस उन्हें भगाने की कोशिश कर रही है.
सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं: सपा
इसके अलावा सपा अध्यक्ष ने वाघ बकरी चाय के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लिखा कि गुजरात के जाने-माने युवा उद्योगपति पराग देसाई की आवारा पशुओं के हमले के कारण हुई मृत्यु अत्यंत दुखद है. श्रद्धांजलि! ये दुर्घटना इन अर्थों में दुर्भाग्यपूर्ण है कि आवारा पशुओं की समस्या को लेकर यह सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.
गुजरात के जाने-माने युवा उद्योगपति श्री पराग देसाई जी की आवारा पशुओं के हमले के कारण हुई मृत्यु अत्यंत दुखद है। श्रद्धांजलि!
ये दुर्घटना इन अर्थों में दुर्भाग्यपूर्ण है कि आवारा पशुओं की समस्या को लेकर ये सरकार गंभीर नहीं है।
चुनावी जुमले की तरह इस समस्या से निपटने का वादा
समस्या को सुलझाने की जरुरत
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि इस समस्या से निपटने का सिर्फ वादा किया गया लेकिन हुआ कुछ भी नहीं. उन्होंने कहा कि ये समस्या बड़ी है और हर दिन जानलेवा साबित हो रही है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस समस्या को सुलझाने की जरुरत अब अनिवार्यता बन गयी है.